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नवरात्रि का त्योहार क्यों मनाई जाती है

नवरात्रि का त्योहार क्यों मनाई जाती है

 नवरात्रि का त्योहार इस साल 17 अक्टूबर  2020 को मनाया जाएगा.  नवरात्रि का पर्व साल में दो बार मनाते है, नवरात्रि के वक़्त  प्रकृति में कई तरह के बदलाव हो जाते हैं और तो और  नवरात्रि के समय मौसम के अनुकूल माना जाता है, जो कि शरीर में ऊर्जा को कई गुना बढ़ा देता है, इसके अलावा भी और अन्य कारण होता हैं जिसके कारण से नवरात्रि का त्योहार मनाई जाती है 


नवरात्रि का पर्व पूरे देशभर में बड़ी ही धूमधाम से मनाई जाती है । लेकिन क्या आपको पता हैं कि आखिर क्यों मनाई जाती है नवरात्रि का त्योहार [Navratri Festival], क्या होता है इस त्योहार को  मनाने के पीछे की मान्यता. नवरात्रि पर मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है। यह समय होता है। तभी जब मौसम में बदलाव हो जाती  है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सर्दियो से  भगवान श्री राम ने अपनी ही  विजय के लिए मां दुर्गा (Maa Durga) की आराधना करी थी। आइए जानते है कि आखिर क्यों मनाई जाती है नवरात्रि का त्योहार. 


नवरात्रि का त्योहार क्यों मनाई जाती है।

 ( Navratri ka tyohar Kyon manae Jaati Hai)


आध्यात्मक दृष्टिकोण से देखे तो नवरात्रि का त्योहार  साल में दो बार मुख्य रूप से आती  है। और नवरात्रि का पर्व मौसमी परिवर्तनों के मौके पर मनाई जाती है। एक तो  गर्मियों की शुरुआत में मनाई जाती हैं तो  दूसरा सर्दियों की शुरुआत में नवरात्री का त्योहार को मनाई जाती है।


इसी समय प्रकृति बड़े बदलाव से गुजरती है. इसके स्वागत के लिए नवरात्रियों के माध्यम से हि देवी शक्ति के द्वारा किया जाता  है, और जो स्वयं प्रकृति का हि अवतार मानी जाती है। यह  त्योहार मौसम के अनुकुल में होता हैं  कि जब कोई भी बड़ा से बड़ा समारोह किया जाता  है।


हमारे पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्री राम ने पहले नवरात्रि मनाने की परंपरा शुरुआत की थी। जब लंका जाने से पहले दुर्गा पूजा की और विजयी प्राप्त होकर लौटे थे। इन दोनों में नवरात्रि के भक्त माँ दुर्गा का आह्वान कि जाती हैं  जो कि ब्रह्मांड की सर्वोच्च ऊर्जा का प्रतिनिधित्व होती हैं।


जो कि  अंतर्निहित ऊर्जा मानी जाती  है जो  सृजन, संरक्षण  कि और विनाश के कार्य  प्रेरित करतीहैं. माँ "दुर्गा" का अर्थ होता हैं दुखों को दूर करने वाली होता  है।लोग उनकी पूजा पूरी श्रद्धा के साथ बड़े ही धूमधाम  करते हैं ताकि माँ  दुर्गा उनके जीवन से दुखों को दूर करें और तो और उनके जीवन को सुख, आनंद और समृद्धि से भर दे।


लोग पुरे  श्रद्धा समर्पण के साथ नवरात्रि पर देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं। नवरात्रि मां काली, लक्ष्मी, और तो और सरस्वती के रूप में मां दुर्गा की पूजा होती है। पहले तीन दिन तो, देवी तो  पूजा काली के रूप में होती है उसके बाद  हमारी सभी अशुद्धियों का नाश करने वाली है। उसके  तीन दिनों में, हम देवी माँ को और  लक्ष्मी के रूप में करते हैं, जिन्हें अकूत धन का दाता भी माना गया हैं।


 उसके  तीन दिन देवी को ज्ञान कि  देवी सरस्वती के रूप में पूजा कि जाती   है। नवरात्री त्योहार के आठवें दिन में "अष्टमी" के रूप मे और तो  नौवें दिन को "महा नवमी" चैत्र नवरात्रि पर "राम नवमी" के रूप में भी मनाई जाती है।


हमारे भारत के लगभग हर  हिस्से में नवरात्रि  पूरे नौ दिनों तक मनाई जाती  है। नवरात्रि  माँ दुर्गा के सम्मान में मनाया   जाती है। और माँ दुर्गा के नौ रूपों को माता शैलपुत्री, मातामाता चंद्रघंटा, ब्रह्मचारिणी,, माँ स्कंद माता, माँ कात्यायनी,माता कुष्मांडा,माता कालरात्रि, माता महागौरी    ,माता सिद्धिदात्री और माता महागौरी, माता सिद्धिदात्री के नाम से जाना जाता है।

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